लाल किताब में रत्न का उपाय

bookmark

लाल कितब कुण्डली में ग्रह को बलवान बनाने के लिए रत्न की सहायता ली जा सकती है. ज्योतिष की सलाह अनुसर धारण किए जाने वाले रत्न का स्वरूप उपाय में दिया होता है. कमजोर ग्रह के लिए बताए गए रत्न एवं उपरत्न को अंगूठी में, गले में हाथ में जैसे चाहें धारण कर सकते हैं. रत्न का स्पर्श व्यक्ति में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने वाला होता है. यही ऊर्जा शरीर में पहुंच कर ग्रह और फलों को प्रभावित होती है. इसके साथ ही इस बात पर ध्यान देने की आवश्यकता है कि जिस रत्न का उपयोग हम कर रहे हैं वह शुद्ध है, साथ ही वह जन्म कुण्डली के आधार पर भी रत्न अनुकूल हो. इन बातों को ध्यान में रखते हुए रत्न का उपयोग बहुत फायदेमंद होता है और ग्रह को भी मजबूती देता है.

यंत्र का उपयोग

लाल किताब कुण्डली में ग्रह के कमजोर होने पर उक्त ग्रह से संबंधित यंत्र का उपयोग भी बहुत उपयोगी उपाय होता है. यंत्र को बनाने के लिए शुभ समय और मुहूर्त समय पर इसे बनाया जा सकता है. यंत्र को भोज पत्र, तांबे, चांदी , स्वर्ण इत्यादि जिसमें भी बनाना चाहें बनवा सकते हैं. ऐसे में निर्मित यंत्र का नियमित रूप से पूजन शुभकारी होता है.