‘चिड़िया’ बालगीत के बोल
चिड़िया रानी, चिड़िया रानी
तुम हो पेड़ों की रानी
सबह सवेरे उठ जाती हो
ना जाने क्या गाती हो
क्या तुम भी पढ़ने जाती हो
या नौकारी करने जाती हो
शाम से पहले आती हो
बच्चों का दाना लाती हो
भर-भर चोंच खिलाती दाना
चूं – चूं चहक सुनाती गाना
