घर का वास्तु शास्त्र
आमला आपके शरीर को समय से पहले बूढ़ा और कमज़ोर नहीं होने देता। इसीलिए घर बनाते वक़्त आमले का पौधा जरूर लगाएं।
घर बनाते वक़्त टॉयलेट और स्नानगृह अलग रखना चाहिए। यह दोनों जगहों के एक साथ होने से घर में कलेश हो सकता है।
घर के निर्माण के वक़्त स्नानगृह में नल की व्यवस्था उतर या पूर्व दिवार पर होनी चाहिए।
बाथटब में नहाते वक़्त व्यक्ति के पैर दक्षिण दिशा में ना हो जाये।
घर बनाते वक़्त शौचालय की दिशा पे ध्यान देना जरूरी है।
शौचालय के लिए पश्चिमी-दक्षिण और पश्चिम मध्य की दिशा सबसे उचित मानी गई है।
शौचालय के लिए वायव्य कोण और दक्षिण दिशा के मधय भी उचित दिशाएं है।
