 
            मुल्ला जज बने
 
                                                    एक बार मुल्ला नसरूदीन की माननीय जज के तौर पर नियुक्ति हुई। जब पहला केस आया तो मुल्ला ने सिर्फ एक पक्ष के ब्यान सुने और केवल पांच मिनट में ही अपना फैंसला सुना दिया। कोर्ट में बैठे क्लर्क इस बात पर विश्वास नहीं कर सका और उसने मुल्ला के कान में धीरे से कहा, ’’
क्या आप साधारण सी बात भी नहीं समझ सकते, आपने केवल एक पार्टी के ब्यान सुने हैं, दूसरी पार्टी अपना पक्ष रखने का इंतजार कर रही है और आपने अपना फैसला भी सुना दिया, आप ऐसा नहीं कर सकते।’’
मुल्ला ने कहा, ’’ मुझे उलझाने की कोशिश मत करो, अभी तक मुझे पता है कि कौन गुनहगार है, पर दूसरे पक्ष का ब्यान सुनकर मुझे दोबार उलझन होगी, इसलिए मैं सिर्फ एक पक्ष का ब्यान सुनकरी ही निर्णय कर रहा हूं।’’

 
                                            