‘चुहिया रानी’ बालगीत के बोल

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चुहिया रानी, चुहिया रानी,

लगती हो तुम बड़ी सयानी ।

जैसे हो इस घर की रानी,

तभी तो करती हो मनमानी ।

कुतर-कुतर तुम सब कुछ खा जाती,

आहट सुन झट से छुप जाती ।

जब भी बिल्ली मौसी आती,

दुम दबा बिल में घुस जाती ।