बिस्तर पर मैं सोयी थी

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बिस्तर पर मैं सोई थी
सपनों में खोई थी
एक परी उडकर आई
मुझे देखकर मुस्काई
तरह तरह के दे उपहार
चली गई वे पंख पसार