‘गिनती गीत’ बालगीत के बोल
एक दो, कभी ना रो
तीन चार रखना प्यार
पाँच छह: मिलकर रह
सात आठ पढ़ ले पाठ
नौ दस जोर से हंस ।
एक दो, कभी ना रो
तीन चार रखना प्यार
पाँच छह: मिलकर रह
सात आठ पढ़ ले पाठ
नौ दस जोर से हंस ।