‘गाँधी,राष्ट्र पिता’ बालगीत के बोल

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सच्चाई का लेकर शस्त्र,

और अहिंसा का ले अस्त्र ।

तुमने अपना राष्ट्र बचाया,

गोरो को कर दूर भगाया  ।

दुश्मन से भी प्रेम किया,

मानव पर उपकार किया  ।

गाँधी ! करते तुम्हे नमन,

तुम्हें चढाते प्रेम-सुमन ।