जंगल की राजा की हिंदी कविता
जंगल के राजा की आज है सगाई, सबको बांटी खूब मिठाई
कब से था जिसका इंतजार, आज सब देंगे राजा को बधाई
फोटो लेंगे सापों के राजा, हाथी बजाएगा बैंड और बजा
गलती से तुम भूल न जाना, भल्लू परोसेगा सबको खाना
बंदर सब होंगे दरबारी, लोमरी पहन के आएगी साड़ी
कोयल जब शुरू करेगी गाना, तब जमेगी महफिल सारी
सज धड़ के हम भी जाएंगे, तोहफा भी दे कर आएंगे
नाच – गाना खाना और पीना, खूब धमाल मचाएंगे
