चड्डी पहले के फूल खिला है
जंगल जंगल पता चला है
चड्डी पहन के फूल खिला है
एक परिंदा वह शर्मिंदा
था वह नंगा
इससे तो अंडे के अन्दर था वो चंगा
सोच रहा है बहार आख़िर क्यूँ निकला है
चड्डी पहन के फूल खिला है, फूल खिला है
